आयुर्वेद, भारतीय परंपरागत चिकित्सा प्रणाली, आँख संबंधित समस्याओं जैसे आँख के फ्लू के उपचार के लिए समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। ध्यान दें कि जबकि आयुर्वेदिक प्रथाएँ राहत और समर्थन प्रदान कर सकती हैं, अगर आपको गंभीर आँख संक्रमण है, तो चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

यहाँ कुछ आयुर्वेदिक सुझाव दिए गए हैं जो आँख के फ्लू के साथ मदद कर सकते हैं:
- त्रिफला आँख धोना: त्रिफला तीन फलों से बनी एक पारंपरिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी उपचार है। इसे आँखों को साफ करने और सुखद बनाने के लिए आँखों को धोने के रूप में उपयोग किया जा सकता है। गरम पानी में थोड़ी सी त्रिफला पाउडर मिलाएं, ठंडा होने दें और छलने दें। इस उपाय का उपयोग आपकी आँखों को धीरे से धोने में करें।
- गुलाब जल: गुलाब जल में ठंडाई और सुखद गुण होते हैं जो आँखों की तकलीफ और लालिमा को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप पूरी, जैविक गुलाब जल को एक कॉटन बॉल पर लगाकर बंद आँखों पर कुछ मिनटों तक रख सकते हैं।
- घी (साफ किया मक्खन): आयुर्वेद में घी को आँख स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। सोने से पहले हर आँख में थोड़ा गरम घी की दो या तीन बूँदें डालने से सूखापन और खुजली कम हो सकती है।
- एलोवेरा जेल: एलोवेरा में शांतिदायक और सूजन को कम करने की गुणधर्म होती है और यह आँखों में खुजली को सुखाने में मदद कर सकता है। ताजगी एलोवेरा जेल (अंदर की पत्तियों से) का उपयोग करें और उसे आँखों के चारों ओर हल्के हाथों से लगाएं।
- ठंडी कॉम्प्रेस: बंद आँखों पर ठंडे पानी में भिगा हुआ साफ कपड़ा लगाने से आराम और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
- आहारी सुझाव: आयुर्वेद आम स्वास्थ्य के लिए आहार को महत्वपूर्ण मानता है। पित्त दोष को संतुलित करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। ककड़ी, नारियल, और तरबूज जैसे ठंडे खाद्य पदार्थों के साथ-साथ गाजर और पत्तीदार सब्जियाँ जैसे विटामिन ए के योगदान वाले खाद्य पदार्थ भी मददगार हो सकते हैं।
- स्वच्छता: गंदे हाथों से आँखों को रगड़ने से बचने के लिए अच्छी स्वच्छता बनाए रखें। आँखों को छूने से पहले हाथों को धोने में ध्यान दें और तौलिये या अन्य व्यक्तिगत वस्त्रों को साझा न करें।
- आराम: चिकित्सा के लिए पर्याप्त आराम और नींद महत्वपूर्ण होते हैं। अपनी आँखों को पूरी तरह से ठीक होने देने के लिए पर्याप्त समय दें, जैसे कि अधिक पढ़ाई या स्क्रीन समय की तुलना में ना करें।
- आँख की कठिनाई से बचें: अगर आप कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं या लंबे समय तक पढ़ रहे हैं, तो नियमित विश्राम लें और आँखों को तनाव से राहत देने के लिए आँख व्यायाम का अभ्यास करें।
- जड़ी-बूटीयों की दवाएँ: आयुर्वेदिक वैद्य आँख स्वास्थ्य की समर्थन के लिए कुछ जड़ी-बूटीयों की सलाह दे सकते हैं, जैसे कि त्रिफला कैप्सूल या च्यवनप्राश, जो जीवनुओं के प्रति उत्तेजनादायक गुणों के लिए जाना जाता है।
ध्यान दें कि आयुर्वेद मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण पर ध्यान देता है, इसलिए अपने व्यक्तिगत स्वभाव (दोष) और किसी आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर की विशेष सलाह को विचार करना महत्वपूर्ण है। अगर आपके लक्षण बरकरार रहते हैं या बिगड़ते हैं, तो सही निदान और उपचार के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लें।